I need you to write some articles. दोस्तो नमस्कार मैं प्रभुलाल बंजारा आज आपको बताउगा, अरडिं के बहुत ही अद्भुत व चमत्कारी उपाय और उसके प्रयोग।
दोस्तो अरडिं का पौधा प्रॉय:मध्यप्रदेश,राज्यस्थान, छतिसगढ़, आदी राज्यो में पाया जाता है। यह पौधा अखसर गोबर की खॉद के इकट्टा करने वाली जगहों पर पाया जाता है,तथा इसमें अद्भुत ओषधिय गुण पाए जाते है।आज में आपको बताउगा कि इसके पत्तो का इस्तेमाल हम किस कार्य के कर सकते है ,युं तो यह पौधा पुरा औषधिय गुणो से परीपुर्ण है, परन्तु आज हम पत्तो के बारे में जानेगे। दोस्तो अगर किसी को पुरानी या कही चोट लग जाती है,उसके लिए राम बाण इलाज है,अरडिं के पत्ते दोस्तो पहले आपको निश्चय करना होगा कि चोट कितनी पुरानी है ,या ताजा है, तो आपको समय थोड़ा अधिक लग सकता है उपचार मे ,अरडिं के पत्ते को गरम कर ले याद रहे ,पत्ते जलने न पाय पत्तो को गरम रॉख पर केवल १० सेंकड के लिए रख दे ,दोनो तरफ से अच्छा गरम होने पर इस पर सरसो का तेल लगा दे ,तथा जिस स्थान पर चोट या दर्द का अनुभव हो रहा हो उस जगह पत्ते को बॉध दे ,दोस्तो सरसो के तेल मे केल्सियम पाया जाता है ,यह गरमाहट के कारण त्वचा के माध्यम से भीतर जाकर आपकी हड्डीयो को मजबुत करता है , तथा अरडिं का पत्ता चोट लगे स्थान की कोशिका को बल प्रदान करता है ,तथा चोट लगने के कारण जमा खुन को उस स्थान से हटा कर कोशिकाओ मे नये खुन के संनचार मे मदद करता है ,यह उपाय आप रात के समय करे ,तथा सुबह इस पत्ते को खोल दे और सरसो के तेल को थोड़ गुनगुना गरम कर चोट वाले स्थान पर मालिस करे , दोस्तो यह उपाय मात्र तीन दिन करने पर कितनी भी पुरानी चोट क्यो न हो या कोइ ओर दर्द क्यो न हो इस उपाय से राहत मिलती है ,और आराम भी जरुर मिलता है , क्यो कि दोस्तो मे इतने यकिन के साथ इसलिए लिख रहॉ हुए, क्यं कि मैने खुद महसुस किया है,एक बार मै बाइक से गिर गया था तब मेरी ना ना जी ने यही उपचार से मेरा दर्द ठिक किया था ।दोस्तो आज के लिए बस इतना ही ,